सत चित आनन्द स्वरूप ऊषा जी हम तो उनको कुछ साले से जानते है
लेकिन लगता जैसा है कि हम सालो से जानते है
उनका स्वभाव ही इतना मिलनसार है जो कि परायो की अपना कर लेते है
ऊषा जी इतनी सुन्दर औरत है जब ओ सही तरी के से तैयार होती है तो भी चुनरी
में कोइ मिलावट नही देखी उनका स्वभाव छोटे बडे के साथ एक ही जेसा सरल है
वो चाहे पार्टी मे जाये या सतसंग मे जाये हमेशा सही तरी के से ही कपडा पहनते है
उनके सारे अच्छे गुण से जो हम को सीखने की मिलती है ओ अपने ज्ञान से भी हम को
बहुत कुछ सिखाती है वो हमेशा मुस्कुराने वाली और दूसरो का देखभाल करने वाली महीला है
कान्ता वादवा
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